Hindi Writing Blog: हिन्दी दिवस कविता

बुधवार, 10 जनवरी 2024

हिन्दी दिवस कविता

Hindi Divas

 

सुमधुर स्वर लहरियों की झंकार बनी हिन्दी,

विश्व के पटल पर शब्दों का आकार बनी हिन्दी,

दुनिया के कोने-कोने तक बातों को निज भाषा में,

पहुंचाने का आधार बनी हिन्दी,

विकसित देश की ओर अग्रसर होते भारत के,

140 करोड़ देशवासियों का अभिमान बनी हिन्दी,

“हिन्दी है तो हम हैं” ऐसी पहचान बनी हिन्दी,

उन्नति की ओर खुले मार्ग अब चल पड़े मंजिलों

की ओर उन रास्तों का द्वार बनी हिन्दी।  (स्वरचित रचना)

                                रश्मि श्रीवास्तव “कैलाश कीर्ति”

           विश्व हिन्दी दिवस की आप सभी को बहुत-बहुत बधाई।

 


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