Hindi Writing Blog: रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ

शनिवार, 13 अप्रैल 2019

रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ



























कलयुग की अयोध्या में प्रभु राम को मिले दूसरे वनवास को चरितार्थ करती इन पंक्तियों के साथ आप सभी को प्रभु राम के जन्म पर रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ…

राम-राम मय है ये धरती, त्रेता से ले कलयुग तक...
कहीं राम का शंख नाद था, वहीं राम की है अब गूंज|
राम-राम मय है ये धरती, त्रेता से ले कलयुग तक...
कहीं अंत था अहंकार का, वहीं प्रतीक्षा है अब गृह की|
राम-राम मय है ये धरती, त्रेता से ले कलयुग तक...
कहीं दमन था सृजन के लिए, वहीं प्रविष्टि पर है अब रोक|
राम-राम मय है ये धरती, त्रेता से ले कलयुग तक...

                           ("कैलाश कीर्ति (रश्मि)" द्वारा रचित)

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