Hindi Writing Blog: दिसंबर 2019

मंगलवार, 31 दिसंबर 2019

नववर्ष 2020 की हार्दिक शुभकामनाएँ

नववर्ष 2020 की हार्दिक शुभकामनाएँ



जाती सर्द हवाएँ, देती खुशियों का पैगाम |
सिमट चुका है साल पुराना, यादों की चादर तान||
युग्मित बेला गान कर रही, मिलन और जुदाई का |
सूर्य रश्मि की स्वर्णिम आभा, देती है संदेश ||
चमक उठो तुम नये वर्ष में, बन किरणों का तेज |
भेद चलो तुम अधियारे को, उजियारे की ओर |
निर्मम हो कितनी बाधाएँ, बढ़ो लक्ष्य की ओर ||
साहस और सबलता से, तुम जीतोगे हर जंग |
मन में धीरज धरे चले चलो, बस मंजिल की ओर ||
सूर्य रश्मि की स्वर्णिम आभा देती है संदेश...
             (  स्वरचित रश्मि श्रीवास्तव “कैलाश कीर्ति”)

इन पंक्तियों के साथ --- आप सभी को मेरी तरफ से नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ

रविवार, 22 दिसंबर 2019

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से प्रभावित संसार लेकिन दूर होता भारत

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी



ये कहाँ आ गए हैं हम... आखिर क्यों भूलते जा रहे हैं अपनी विरासत को जिसने सिर्फ हमें मूल्यों के मायने ही तो समझाए हैं, जिनपर चलकर इस देश ने सिर्फ और सिर्फ ये जाना है कि कैसे चारों ओर नकारात्मक शक्तियों की मौजूदगी के बावजूद भी इंसानियत को जिंदा रखा जा सकता है वो भी बिना असत्य/हिंसा के मार्ग पर चले| दोस्तों, बेहद अफसोसजनक हैं ये हालात जो हमारे देश को इस हिंसा की चपेट में ढकेलते चले जा रहे हैं और जिसके परिणाम में हम अपनी अनमोल जन धरोहरों के साथ बस देश की अमूल्य धरोहरों को खोते जा रहे हैं और वहीं दूसरी ओर पूरी दुनियाँ में बढ़ती जा रही हिंसक प्रवृत्तियों को कम करने के लिए हमारे राष्ट्रपिता बापू” के विचारों की विरासत को आगे बढ़ाने के उपाय किए जा रहे हैं जिसका जीता जागता उदाहरण है दुनियाँ के सुपर पावर अमेरिका द्वारा अमेरिका की संसद में गांधी जी के विरासत को बढ़ावा देने वाले बिल का पेश किया जाना जिसके जरिये अमेरिका के दिग्गज नागरिक अधिकार नेता जॉन लुईस ने महात्मा गांधी और मार्टिन लूथर किंग (Martin Luther King) के विरासत को बढ़ावा देने के लिए एक विधेयक प्रतिनिधि सभा में पेश किया जिसमें आने वाले 5 वर्षों के लिए 150 मिलियन अमेरिकी डॉलर के बजटीय आवंटन की मांग की गयी है|
दोस्तों, अमेरिकी हाउस में पेश किए गए इस बिल को 6 डेमोक्रेट्स (Democrats) सांसदों का भी समर्थन हासिल हुआ है जिसमें 3 भारतीय मूल के डॉ० एमी बेरा, रो खन्ना और प्रमिला जयपाल भी शामिल हैं इनके अलावा 3 काँग्रेस नेता ब्रेंडा लॉरेंस, ब्रांड शेरमैन और जेम्स मैक गवर्न शामिल हैं| दोस्तों, अमेरिकी हाउस में पेश इस बिल को मिले 3 भारतीयों के समर्थन इस बात को सिद्ध कर रहे हैं कि हम भारतीय विदेशों में गांधी जी के मूल्यों की वकालत कर उन्हें पूरी दुनियाँ को सिखाने की भूमिका निभा रहे हैं तो भारत में क्यों नहीं| मौजूदा हालत में हिंसा को छोड़ गांधी जी के बताए अहिंसा के मार्ग पर चलकर अपनी बात लोगों तक पहुंचाने की आशा लिए, जय हिन्द, जय भारत...

रविवार, 1 दिसंबर 2019

आक्रोश

आक्रोश

मौन कर दी है लेखनी
जगा दो इस समाज को,
कलंक बन चुके हैं जो,
मिटा दो इनका अक्स तुम,
बस इस समाज से,
निर्द्वंद से हैं घूमते,
समाज के ये भेड़िये,
धधक रही है अग्नि सी,
चेतना मूर्छित किए,
क्यूँ हुआ, कैसे हुआ
ये अब सोच से भी, है परे
ज्ञान की ज्योति का,
इन पर नहीं असर कोई,
इन्हें तो बस चाहिए, वेदना ही वेदना
ना कोई संवेदना,  
मिटा दो इनका अक्स तुम,
बस इस समाज से......(रश्मि श्रीवास्तव “कैलाशकीर्ति”)

मन के हर कोने को झकझोरती प्रियंका की यादें बस चीत्कार कर हम कलम के योद्धाओं को एक ही आवाज दे रही है, बस अब बहुत हुआ ये सबकुछ, लिखने-लिखाने से परे हटकर, आओ हम सब मिलकर समाज की इस वीभत्सता को रोकने के लिए हर पल एक आंदोलन चलाएँ ताकि रुक जाए, ये सबकुछ किसी भी तरह बस रुक जाए...