Hindi Writing Blog: जनवरी 2022

बुधवार, 26 जनवरी 2022

गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ

Republic Day

सिसकियों और खामोशियों के पिंजरे में

सिमटा था कभी देश मेरा

पर सन् सैतालिस की उस नई सुबह

जब सूरज ने अपनी अलसाई किरणों को

धरती पर भेजा

तो रात की मद्धिम होती चाँदनी ने

मेरे भारत के आजादी की कहानी  

उसे भी कह सुनाई ।।1।।

परिंदों की चहचहाहट ने भी

मेरे भारत की आजादी की  

गाथा गगन की अनंत परिधि में

घूम-घूमकर खूब सुनाई

धीरे-धीरे बात बढ़ी

तो विधि-विधान की चर्चा आई

पेश हुआ फिर संविधान मसौदा

मेरे भारत की भूमि पर

विविध बोलियाँ, भाषाओं और धर्मों से

सजे देश को संप्रभु बनाने

हर्षित करती 26 जनवरी आई

आया गणतंत्र मेरे देश में

भारत ने संप्रभुता पाई ।।2।।

सिसकियों और खामोशियों के पिंजरे में...

                  स्वरचित रश्मि श्रीवास्तव “कैलाश कीर्ति”

 आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ

 

शनिवार, 1 जनवरी 2022

नववर्ष 2022 की हार्दिक शुभकामनाएँ

 

नववर्ष 2022

कभी खुशियों ने राहों में,

छलकाया था हर्ष |

तो कभी गम से,

छिला देश का सीना था ||

जैसे-तैसे करके गुजरा,

सन् 2021 का बारहवों महीना था |

फिर आई नववर्ष 2022 की अनुपम बेला,

मन में उम्मीदों की कलियाँ मुस्काईं ||

ऐसा हो बस वैसा हो,

इस सोच ने फिर से ली है अंगड़ाई |

आशाओं की मांग यही है,

आसान बनें बस राहें सबकी ||

रोग-व्याध भी पास न आए,

सरहद पर बैठे रक्षक भी सकुशल अपने घर को आएँ |

टनटन बजती स्कूल की घंटी |

अब कभी भी रुकने न पाए  ||

ऊपर-नीचे होता जीवन,

लौट कर अब पटरी को आए |

या यूं कह दूँ जगमगाते दीयों से रोशन,

दुनिया का हर इक हिस्सा हो जाए ||  

ऐसी मधुरिम आशाओं संग,

चलो पुनः नववर्ष मनाएँ... चलो पुनः नववर्ष मनाएँ...

           स्वरचित रश्मि श्रीवास्तव “कैलाश कीर्ति”

 

आप सभी को नववर्ष 2022 की हार्दिक शुभकामनाएँ....