दियों के प्रकाश से दिव्य सी दिशायें |
गुणगान गा रही हैं राम के प्रवेश का ||
सृष्टि में उल्लास है और मन में भी आनंद है |
क्यूँकि आज ही समावेश है अंधकार में प्रकाश का ||
अंधकार में प्रकाश का...
गुणगान गा रही हैं राम के प्रवेश का ||
सृष्टि में उल्लास है और मन में भी आनंद है |
क्यूँकि आज ही समावेश है अंधकार में प्रकाश का ||
अंधकार में प्रकाश का...
("कैलाश कीर्ति (रश्मि)" द्वारा रचित)
---आप सभी को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें---
Very well written Rashmi jee, keep it up.
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